Gold Rate Drop: क्या अब भी गिरेगा भाव? 9000 रुपये सोना और ₹23000 चांदी हुई सस्ती
सोने-चांदी की कीमत में पिछले कुछ समय से लगातार गिरावट देखी गई है. ये कीमती धातुएं पांच दिनों के दौरान ही 11 फीसदी तक गिर चुकी हैं. रिकॉर्ड हाई से चांदी 23000 रुपये सस्ती हुई है, लेकिन क्या इसमें अभी और गिरावट बाकी है?
वहीं सोना अपने रिकॉर्ड हाई से 9000 रुपये से ज्यादा सस्ता हुआ है और चांदी के भाव में करीब 23000 रुपये तक की गिरावट आई है. MCX के मुताबिक, 17 अक्टूरब को दिसंबर वायदा के लिए सोने-चांदी के रेट्स अपने रिकॉर्ड हाई पर कारोबार कर रहे थे. सोना 1.32 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंच गया था, तो वहीं चांदी का भाव 1.70 लाख प्रति किलो था.
हालांकि इसके बाद इन धातुओं की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ गिरावट आई है. MCX पर अब 10 ग्राम सोने का भाव 1,23,255 रुपये है और 1 किलो चांदी की कीमत 1,47,150 रुपये है. इस बड़ी गिरावट के बाद लोगों के मन में सवाल है कि क्या सोने और चांदी की कीमतों में आगे भी गिरावट आएगी?
क्यों गिर रहा सोने का भाव?
आगे सोना और चांदी की कीमत कितनी गिरेगी? इस सवाल का जवाब जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि सोने-चांदी की कीमतें क्यों गिर रही हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट की माने तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिकॉर्ड हाई पर सोने-चांदी के पहुंचने के बाद मुनाफावसूली की एक लहर चली है, जिस कारण निवेशक सोने और चांदी से प्रॉफिट निकाल रहे हैं.
इसके अलावा, अमेरिका-चीन में ट्रेड वॉर का टेंशन कम हुआ है. साथ ही ग्लोबल स्तर पर जियो-पॉलिटिकल तनाव भी कम हो रहा है. एक और कारण भारत में धनतेरस दिवाली के बितने के बाद डिमांड में कमी आई है.
क्या आगे भी ऐसे ही गिरता रहेगा सोना और चांदी?
सोना और चांदी को एक सुरक्षित निवेश के तौर पर माना जाता रहा है. लोग अपने फ्यूचर या इमरजेंसी के लिए सोना और चांदी खरीदकर रखते हैं, ताकि उन्हें आर्थिक जरूरत पड़े तो यह काम आ सके. बाकी असेट में लॉन्ग टर्म के दौरान नुकसान होने का भी रिस्क हो सकता है, लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि सोना और चांदी लॉन्गटर्म के लिहाज से सुरक्षित रखता है.
मुनाफावसूली के कारण अभी सोने और चांदी में गिरावट आई है. ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी निवेश से पहले कुछ हफ्ते का इंतजार कर सकते हैं. बिजनेस टुडे से बातचीत में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्चर नवनीत दमानी के मुताबिक, इसमें अभी 5 से 6 फीसदी तक की और गिरावट आ सकती है. इसका मतलब है कि इसमें 6000 से 7000 रुपये की गिरावट आ सकती है.
कुछ एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि अगर आप खुदरा निवेशक है और लॉन्गटर्म के लिहाज से सोना-चांदी खरीद रहे हैं तो आप कभी भी सोने-चांदी में पैसा लगा सकते हैं.
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